शरीर में मौजूद ब्लड में यूरिया (blood me urea) की भी कुछ मात्रा पायी जाती है। इस यूरिया का निर्माण प्रोटीन के टूटने से होता है और इस यूरिया में नाइट्रोजन भी पायी जाती है जो यूरिया के अपशिष्ट उत्पाद से आती है। ये नाइट्रोजन लीवर में बनती है और यूरिन के ज़रिये शरीर से बाहर निकल जाती है।
ब्लड यूरिया कितना होना चाहिए? – ब्लड यूरिया नाइट्रोजन का सामान्य स्तर (ब्लड यूरिया नार्मल रेंज) वयस्कों में 10-20 mg/dL या 3.6-7.1 mmol/L होना चाहिए और बच्चों में 5-18 mg/dL होना चाहिए लेकिन जब किन्हीं कारणों से ये लेवल ऊपर या नीचे हो जाता है तो कई तरह की समस्याएं होना शुरू हो सकता है।
ब्लड में यूरिया की मात्रा की जांच (blood urea kitna hona chahiye)
ब्लड में नाइट्रोजन का लेवल जांचने के लिए ब्लड यूरिया नाइट्रोजन टेस्ट (BUN) किया जाता है। इस टेस्ट के ज़रिये ये पता चलता है कि किडनी अपना कार्य सही तरीके से कर रही है या नहीं।
अगर किडनियों द्वारा ब्लड से यूरिया को छानकर बाहर नहीं निकाला जा रहा है तो शरीर में यूरिया का लेवल काफी बढ़ जाता है।
इसके अलावा हार्ट फेल, डिहाइड्रेशन और प्रोटीन का ज़्यादा का सेवन करने से भी ब्लड यूरिया नाइट्रोजन का लेवल बढ़ जाता है। इसके अलावा लीवर की खराबी और प्रेग्नेंसी के दूसरे और तीसरे महीने में भी इसका स्तर बढ़ा रहता है।
जिस तरह ब्लड में नाइट्रोजन की ज़्यादा मात्रा नुकसानदेह होती है वैसे ही नाइट्रोजन की आवश्यकता से कम मात्रा भी शरीर को हानि पहुँचाती है।
ज़्यादा तरल पदार्थों का सेवन करने, किडनियों के ख़राब होने और आहार में प्रोटीन की कमी से ब्लड यूरिया में नाइट्रोजन की मात्रा कम बनने लगती है।
इस ब्लड यूरिया टेस्ट को क्रियेटिनिन टेस्ट के साथ भी किया जा सकता है। ब्लड में क्रियेटिनिन का स्तर भी किडनियों के स्वास्थ्य की जानकारी देता है। अगर ब्लड में क्रियेटिनिन का लेवल बढ़ा रहता है तो इसका अर्थ है कि किडनियां अपना काम सही तरीके से नहीं कर रही हैं।
इस तरह ब्लड यूरिया नाइट्रोजन टेस्ट के ज़रिये ब्लड में नाइट्रोजन की मात्रा का पता लगाया जाता है जिसके आसामान्य पाये जाने की स्थिति में किडनी की खराबी से सम्बंधित संकेत मिलते हैं जिसके बाद इसका उपचार शुरू किया जाता है।
उम्मीद है कि जागरूक पर blood urea kitna hona chahiye कि ये जानकारी आपको पसंद आयी होगी और आपके लिए फायदेमंद भी साबित होगी। ये लेख केवल जानकारी के लिए है और ये चिकित्सा सलाह नहीं है। अपने चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।