आइये जानते हैं मनुष्य के दिल का वजन कितना होता है (heart ka weight kitna hota hai) और दिल से जुड़ी कुछ ख़ास बातें। दिल से जुड़ी कहानियां तो हमने बहुत सुनी है लेकिन दिल का हमारे शरीर में क्या महत्त्व है और ये कैसे काम करता है, इससे जुड़ी जानकारी आपके लिए फायदेमंद होने के साथ रोचक भी हो सकती है।
मनुष्य के दिल का वजन कितना होता है? (heart ka weight kitna hota hai)
- एक सामान्य वयस्क मनुष्य के दिल का वजन करीब 11 औंस यानी 310 ग्राम होता है।
- एक सामान्य वयस्क का दिल प्रति मिनट 72 बार धड़कता है और इस तरह एक दिन में दिल एक लाख बार धड़कता है और अगर एक साल की बात करे तो दिल छत्तीस लाख बार धड़कता है।
- शरीर में एक मिनट से भी कम समय में हर सेल तक ब्लड पहुंचाने का काम दिल ही करता है। दिन में करीब 1 लाख बार धड़कने वाला दिल 2000 गैलन यानी करीब 7600 लीटर ऑक्सीजन युक्त ब्लड शरीर के सारे अंगों तक पहुंचाता है ताकि शरीर की हर क्रिया सामान्य रूप से चलती रहे और ब्लड को शरीर के हर हिस्से में फैलने में लगभग 20 सेकंड का ही समय लगता है।
- आपने भी सुना होगा कि हंसने से स्ट्रेस दूर होता है। असल में इसका सम्बन्ध हमारे दिल से जुड़ा है। जब हम हँसते हैं तो रक्तवाहिनियों की अंदर की दीवारों को आराम मिलने से वो फैलती है जिससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है।
- दिल का अपना विद्युत आवेग होता है और इसलिए पर्याप्त ऑक्सीजन मिलते रहने पर, शरीर से अलग होने के बाद भी दिल धड़क सकता है।
- शरीर का सबसे मेहनती अंग दिल होता है। हमारा दिल एक से पांच वॉट के बीच ऊर्जा का उत्पादन करता है।
- महिला और पुरुष की धड़कन में थोड़ा अंतर होता है। एक सामान्य महिला का दिल पुरुष के धड़कन से हर मिनट 8 बार ज्यादा धड़कता है।
उम्मीद है जागरूक पर मनुष्य के दिल का वजन कितना होता है (heart ka weight kitna hota hai) कि ये जानकारी आपको पसंद आयी होगी और आपके लिए फायदेमंद भी साबित होगी।
क्या आप बता सकते है की मनुष्य के हृदय में कितने कक्ष होते हैं ?
मानव हृदय में चार कक्ष होते हैं- 1. बायां आलिंद 2. बायां निलय 3. दायां आलिंद 4. दायां निलय।
हमारा दिल शरीर से बाहर निकलकर भी धड़कता रहता है क्योंकि इसके पास अपने इलेक्ट्रिकल प्रभाव होते हैं।
हमारा दिल रोज 100,000 बार धड़कता है