आइये जानते हैं मलेरिया क्या है। बारिश के दिनों में मलेरिया का ख़तरा काफी बढ़ जाता है और अगर पूरी देखभाल ना हो तो ये जानलेवा भी हो सकता है। ऐसे में मलेरिया से जुड़ी जरुरी जानकारी आपको भी लेनी चाहिए।
तो चलिए, जानते हैं मलेरिया क्या है।
मलेरिया क्या है?
मलेरिया मादा एनोफ़ेलीज़ मच्छर के काटने से फैलता है जिससे प्लाज्मोडियम जीवाणु व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर लेता है। ये बैक्टीरिया व्यक्ति के शरीर में कई गुना बढ़ता जाता है और लीवर और ब्लड सेल्स को संक्रमित करके व्यक्ति को बीमार कर देता है।
मलेरिया के लक्षण-
- ठण्ड और कंपकंपी से तेज बुखार आना
- तेज सिरदर्द होना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- कमर में दर्द होना
- उल्टी करने का मन होते रहना और उल्टी आना
अगर स्थिति गंभीर हो जाये तो ये लक्षण दिखाई देने लगते हैं-
- पीलिया होना
- यूरिन कम आना
- दौरे आना
- बेहोश होना
- सांस लेने में तकलीफ होना
मलेरिया से बचाव के तरीके-
- मलेरिया से बचाव के लिए आसपास सफाई होना बहुत जरुरी है ताकि मच्छर पनप ना सकें।
- पानी को एक जगह पर जमने ना दें।
- जमा हुआ पानी बाहर निकालना संभव ना हो तो पानी में कीटनाशक डाल दें।
- बारिश के दिनों में शरीर को कपड़ों से ढ़क कर रखें।
- मच्छरों को दूर रखने के लिए क्रीम और स्प्रे का इस्तेमाल करें।
मलेरिया जांचने के लिए ब्लड टेस्ट करवाया जाता है। मलेरिया से बचाव के लिए अभी तक कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। मलेरिया से बचाव के लिए लोगों में जागरुकता बढ़ाना बहुत जरुरी है क्योंकि हर साल बहुत से लोग जागरुकता की कमी के चलते मलेरिया से बचाव के इंतजाम नहीं कर पाते हैं और मलेरिया की चपेट में आ जाते हैं।
ये रोग गंभीर रुप लेते ही जानलेवा भी साबित होता है इसलिए जागरुक बने रहें और मलेरिया होने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलकर पूरा इलाज लें।
उम्मीद है जागरूक पर मलेरिया क्या है कि ये जानकारी आपको पसंद आयी होगी और आपके लिए फायदेमंद भी साबित होगी।