आजकल हर जगह S.I.P का बहुत प्रचार हो रहा है। आज निवेशक S.I.P का फायदा भी समझने लगा है। फिर भी देखा गया है कि निवेशक SIP का फायदा समझने के बाद भी टालमटोल करता रहता है। निवेशक कहता है कि S.I.P 6 महीने बाद शुरू कर लूॅगा-12 महीने बाद शुरू कर लूॅगा।
टालमटोल की यह नीति ही Cost of Delay कहलाती है। आप जब Cost of Delay की Calculation करोगे तो विश्वास ही नही कर पाओगे। मै निम्न उदाहरण से Cost of Delay का Impact समझाता हूॅ। उदाहरण के लिए 2 दोस्त राम और श्याम है। दोनों की आयु 25 वर्ष है। दोनों ने Retirement Fund में रूपये-5000.00 प्रति माह के हिसाब से 35 वर्ष की S.I.P करने की सोची। राम ने तुरन्त 35 वर्ष की 5000 रूपये प्रति माह के हिसाब से S.I.P शुरू कर दी। श्याम टालता रहा और अततः उसने 12 माह बाद यानि 26 वर्ष की आयु में 34 वर्ष की S.I.P शुरू की। आप दोनों की Maturity Value देखिये-
विवरण राम श्याम
प्रति माह SIP 5000 5000
Assumed Return 15% वार्षिक 15% वार्षिक
Time Duration 35 वर्ष 34 बर्ष
जमा रकम 21 लाख 20.40 लाख
Maturity Value 7.43 Crore 6.39 Crore
Diff. in Maturity Value – 1.4 Crore
उपरोक्त उदाहरण में आप देख सकते है कि मात्र -1 वर्ष लेट स्टार्ट करने पर श्याम की Maturity Value राम के मुकाबले 1.4 Crore से कम हो गयी श्याम ने राम के मुकाबले मात्र 60000 रूपये कम जमा करवाये परन्तु Maturity Value में उसको बहुत बडा नुकसान हो गया।
इसलिये मेरा सबसे कहना है कि S.I.P शुरू करने या Increase करने में बिलकुल भी टालमटोल नही करें। जो काम अच्छा है उसे तुरन्त ही कर लेना चाहिए।
मेरा स्पष्ट मानना है कि अगले 20-30 वर्षो तक Wealth Create केवल M/F में ही होगा एवं S.I.P सबसे अच्छा Tool है निवेशक को बिलकुल भी Delay नहीं करना चाहिये।
ये लेख फाइनेंशियल एडवाइजर श्री राजेश कुमार सोढानी, सोढानी इंवेस्टमेंट्स, जयपुर द्वारा प्रस्तुत है। फाइनेंशियल प्लानिंग पर आधारित ये लेख आपको कैसा लगा? अगर इस लेख से आपको कोई भी मदद मिलती है तो हमें बहुत खुशी होगी। अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे। हमारी शुभकामनाएँ आपके साथ है, हमेशा स्वस्थ रहे और खुश रहे।